सप्ताहांत में इराक और सीरिया में राष्ट्रपति बिडेन के जवाबी हमलों का लक्ष्य तनाव बढ़ने से बचने के लिए ईरानियों पर हमला करना था। कल्पना कीजिए कि जब ईरान के पास परमाणु हथियार और मिसाइलें हैं जो उन्हें अमेरिकी सहयोगियों या अमेरिकी मातृभूमि के खिलाफ पहुंचाती हैं तो अमेरिका पर कितने प्रतिबंध होंगे। ईरान द्वारा 20 जनवरी को अंतरिक्ष में 450 मील दूर एक उपग्रह के प्रक्षेपण से यह आशंका पैदा हो गई है। अंतरिक्ष-प्रक्षेपण वाहनों और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों सहित लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए उपयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकियों के बीच महत्वपूर्ण ओवरलैप है। 2019 में तत्कालीन विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इन तकनीकों को "वस्तुतः समान और विनिमेय" बताया। लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटजिक स्टडीज के फैबियन हिंज के अनुसार, ईरान ने अपने हालिया प्रक्षेपण में पहली बार एक पूर्ण-ठोस प्रणोदक लांचर का उपयोग किया, जिसमें आमतौर पर लंबी दूरी की मिसाइलों के लिए उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक तकनीक शामिल है। ईरान का कहना है कि वह 2,000 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता वाली मिसाइलें विकसित नहीं करेगा, लेकिन उस वादे पर भरोसा नहीं किया जा सकता। मध्य पूर्व में इज़राइल और अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए 2,000 किलोमीटर की दूरी भी काफी है। यह सब रेखांकित करता है कि ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाएं विश्व व्यवस्था के लिए मुख्य खतरा बनी हुई हैं, और तेहरान वहां पहुंचने की राह पर है।
इस आम चर्चा का उत्तर देने वाले पहले व्यक्ति बनें।